
ये बंधिशे क्यों होती ...?
ये दीवारे क्यों होती हैं ....?
जब दिया खुदा ने एक जग !
तोह ये सरहदे क्यों होती हैं
क्या मिलेगा इस जंग से ??
क्या तेरा और क्या मेरा ?
जब उड़ती फिजा न देखती फर्क ..
तोह कौन ऊँचा और कौन नीचा ??
एक हे सूरज ..
और एक हैं चाँद..
सभी खुदा की दीन हैं ..
सभी एक समान !
क्या हासिल होगा इस जंग से ??
क्या नहीं रह सकते हम संग मैं ??
जब हैं सभी एक खुदा के लोग...
तोह क्या मिलेगा बेहठे रक्त से ....?????????
~~~ Shrenik Jain ~~~
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